नरेगा (मनरेगा) भारत सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली एक बहुत ही महत्वकांक्षी योजना हैं. जिसे राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के नाम से भी जाना जाता हैं. इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अकुशल श्रमिकों को वर्ष में 100 दिनों का रोजगार प्रदान किया जाता हैं.
उन्नति योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में सभी परिवार के युवाओं को उनके रूचि के अनुसार कार्य क्षेत्र में कौशल विकाश प्रशिक्षण देने का प्रवधान हैं. जिससे वह नरेगा (मनरेगा) के अलावा कोई और काम या अपना व्यवसाय कर सके. इस लेख में Project Unnati Scheme से संबंधित सभी जानकारी दी गई हैं.
Project Unnati Scheme
प्रोजेक्ट उन्नति (Project Unnati Scheme) योजना के तहत सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में अगले तीन साल में 2 लाख लोगों को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य सरकार के द्वारा निर्धारित किया गया हैं. जो श्रमिक लोग नरेगा योजना से जुड़े हैं और इसका लाभ प्राप्त कर रहें हैं. उनको भी स्वरोजगार के लिए प्रेरति करने का लक्ष्य इस योजना में शामिल हैं.
जो श्रमिक नरेगा योजना का लाभ ले रहें हैं. और वह योजना में 100 दिनों का कार्य कर चुके हैं. उन श्रमिकों को सरकार के तरफ से स्टाइपेंड दिया जाएगा. प्रोजेक्ट उन्नति योजना को लाभ लेने के लिए आपको इस योजना के लिए अपना पंजीयन करना होगा.
यदि आप Project Unnati Scheme के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं. तो आप भारत सरकार के अधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in/ पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं.
पात्रता
- जो लोग नरेगा योजना के अंतर्गत वर्तमान में कार्य कर रहें हैं. उन्हीं लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा.
- इस योजना के लिए आवेदक की उम्र 18-45 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- दीनदयाल उपाध्याय कौशल योजना के अंतर्गत जो लोग ट्यूशन का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं. उस आवेदक की उम्र 18 से 35 वर्ष होनी चाहिए.
- जो लोग कृषि विज्ञान केंद्र और ग्रामीण स्वरोजगार से प्रशिक्षण लेना चाहते हैं. उनकी उम्र 18-45 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- शैक्षिणिक योग्ता अलग – अलग कोर्स के अनुसार निर्धारित की गई हैं. जो 5वी से लेकर 12वी तक हैं.
- इस योजना के अंतर्गत परिवार के सिर्फ एक सदस्य ही इस प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त कर सकता हैं.
Project Unnati का लक्ष्य
- देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में 2 लाख लोगों को प्रशिक्षण देना हैं.
- 18-45 वर्ष के परिवार में एक सदस्य को RSETI/KVK में प्रशिक्षण
- 18-35 वर्ष के परिवार में एक सदस्य को DDU-GKY में प्रशिक्षण
कौशल विकाश के प्रकार
- वेतन रोजगार के लिए (DDU-GKY)
- स्वरोजगार के लिए (RSETI/KVK)